जानें, कैसे बनाएं छठ पूजा के लिए ठेकुआ 

ठेकुआ, छठ पूजा में सूर्य देव को अर्पित करने वाला पारंपरिक प्रसाद है। इसे बनाने की आसान विधि और इसके लाभ जानें।

ठेकुआ, छठ पूजा का मुख्य प्रसाद है जो श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। इसे विशेष रूप से सूर्य देव और छठी मईया को अर्पित किया जाता है।

छठ पूजा में ठेकुआ का महत्व

गेहूं के आटे और गुड़ से बना ठेकुआ न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि पोषण से भी भरपूर होता है। यह प्रसाद स्वास्थ्य और ऊर्जा का स्रोत है।

पारंपरिक ठेकुआ का स्वाद

ठेकुआ बनाने के लिए चाहिए - गेहूं का आटा, गुड़, घी, सौंफ और कद्दूकस किया हुआ नारियल। यह सामग्री इसे स्वादिष्ट और खास बनाती है।

ठेकुआ बनाने की सामग्री

पहले एक बर्तन में गुड़ को पानी में घोलें और हल्का गर्म करें ताकि गुड़ पूरी तरह से घुल जाए। इसे ठंडा होने दें।

ठेकुआ बनाने की शुरुआत

एक बर्तन में आटा, नारियल, सौंफ और घी डालकर अच्छी तरह मिलाएं। यह मिश्रण ठेकुआ के स्वाद को बढ़ाता है।

आटा तैयार करें

आटे में गुड़ का ठंडा घोल धीरे-धीरे डालें और एक सख्त आटा गूंथ लें। ठेकुआ के सही आकार के लिए आटा सख्त होना चाहिए।

गुड़ का घोल मिलाना

आटे की लोइयां बनाकर उन्हें पारंपरिक ठेकुआ का आकार दें। इसके लिए डिजाइन वाले ढक्कन का उपयोग कर सकते हैं।

ठेकुआ का आकार देना

कढ़ाई में घी गर्म करें और मध्यम आंच पर ठेकुआ को सुनहरा भूरा होने तक तलें। इसे धीमी आंच पर तलना बेहतर होता है।

ठेकुआ तलने की प्रक्रिया

ठेकुआ को ठंडा होने दें। यह ठंडा होने पर और भी करारा और स्वादिष्ट हो जाता है। इसे पूजा में चढ़ाने के लिए तैयार करें।

ठेकुआ ठंडा करें

प्रसाद बनाते समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। यह छठ पूजा की शुद्धता और पवित्रता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

ठेकुआ में स्वच्छता का ध्यान

ठेकुआ में गुड़ और घी का उपयोग इसे पौष्टिक बनाता है। यह ठंड के मौसम में ऊर्जा प्रदान करता है और स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।

ठेकुआ का पोषण लाभ

ठेकुआ न केवल एक प्रसाद है बल्कि हमारी संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है, जो हमें छठ पूजा के महत्व और हमारे समाज के मूल्यों से जोड़ता है।

ठेकुआ से जुड़ी परंपरा

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