Pregnancy Panjiri Recipe : गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर को अधिक पोषण और ऊर्जा की आवश्यकता होती है। पंजीरी एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है, जो शारीरिक शक्ति बढ़ाने और पोषण प्रदान करने के लिए जानी जाती है। यह मुख्य रूप से सूखे मेवे, घी, और गेहूं के आटे से बनाई जाती है। इसमें मौजूद सामग्री मां और बच्चे दोनों के लिए लाभकारी होती है।
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पंजीरी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री || Ingredients for Pregnancy Panjiri Recipe
गेहूं का आटा – 2 कप
शुद्ध देसी घी – 1 कप
गुड़ या चीनी – 1 कप (स्वादानुसार)
बादाम, काजू, अखरोट, और पिस्ता – 1/2 कप (कटा हुआ)
मखाना – 1 कप (भूनकर)
सोंठ पाउडर – 1 चम्मच
इलायची पाउडर – 1/2 चम्मच
गोंद – 1/4 कप (भूनकर)
खसखस (पॉपी सीड्स) – 2 चम्मच
सूखा नारियल – 1/2 कप (कद्दूकस किया हुआ)
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पंजीरी बनाने की विधि || How to make Pregnancy Panjiri Recipe
1. सामग्री की तैयारी
सबसे पहले सभी सूखे मेवों को बारीक काट लें। गोंद और मखाने को घी में हल्का सुनहरा होने तक भून लें। इन्हें ठंडा होने के बाद मिक्सी में दरदरा पीस लें।
2. आटा भूनना
एक कड़ाही में घी गरम करें और उसमें गेहूं का आटा डालें। धीमी आंच पर आटे को हल्का सुनहरा और सुगंधित होने तक भूनें। इस प्रक्रिया में लगभग 15-20 मिनट का समय लग सकता है।
3. सूखे मेवे और मसालों का मिश्रण
आटे में भुने हुए गोंद, मखाने, खसखस, और सूखे नारियल का मिश्रण डालें। इसके बाद इसमें कटी हुई मेवा, सोंठ पाउडर, और इलायची पाउडर मिलाएं।
4. मिठास जोड़ें
पंजीरी में स्वाद के अनुसार गुड़ या चीनी डालें। यदि गुड़ का उपयोग कर रहे हैं, तो इसे अलग से पिघलाकर आटे के मिश्रण में मिलाएं।
5. अंतिम मिश्रण और परोसना
सारी सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं और ठंडा होने दें। पंजीरी को एयरटाइट डिब्बे में स्टोर करें। इसे दिन में 1-2 बार खाया जा सकता है।
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गर्भावस्था के दौरान पंजीरी के फायदे
1. ऊर्जा प्रदान करना
पंजीरी में मौजूद घी और मेवे तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
2. पोषण से भरपूर
इसमें विटामिन, मिनरल्स, और प्रोटीन की प्रचुर मात्रा होती है, जो मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है।
3. हड्डियों को मजबूती
पंजीरी में खसखस और गोंद जैसे तत्व कैल्शियम प्रदान करते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
4. पाचन तंत्र सुधारना
सोंठ और इलायची पाउडर पाचन क्रिया को सुचारू रखते हैं और गैस व अपच जैसी समस्याओं को दूर करते हैं।
5. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना
पंजीरी में मौजूद मेवे और मसाले शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।
पंजीरी बनाने में ध्यान रखने योग्य बातें
- पंजीरी में घी और मेवे की मात्रा संतुलित रखें, ताकि यह अत्यधिक भारी न हो।
- ताजी और अच्छी गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग करें।
- यदि डायबिटीज है, तो चीनी की मात्रा कम करें और गुड़ का विकल्प चुनें।
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गर्भावस्था के दौरान पंजीरी एक स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर विकल्प है, जो मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसे नियमित रूप से आहार में शामिल करें और इसके फायदों का लाभ उठाएं।